eShayari
Begane Log - Hindi
अपने कीये पे हैं शर्मिंदा आज वो जाने माने लोग,
खून के रिश्ते भूल के जो कल बन बैठे बेगाने लोग.
चाँद पर जाकर अगर रहने लगी दुनिया,
उसकी धरती को भी नापाक करेगी दुनिया.
अना के खोल से बाहर निकल सको तो चलो,
नए मिजाज के सांचे में ढल सको चलो.
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